चीन में एक और टॉप मिलिट्री कमांडर बर्खास्त, शी जिनपिंग ने जेल में डाला; आखिर क्यों लिया ये एक्शन?

चीन में एक और टॉप मिलिट्री कमांडर बर्खास्त, शी जिनपिंग ने जेल में डाला; आखिर क्यों लिया ये एक्शन?


China Military Corruption: चीन का एक और टॉप मिलिट्री कमांडर भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त हो गया है. एडमिरल मिया हुओ को चीन ने सेंट्रल मिलिट्री कमीशन और नेशनल पीपुल्स कांग्रेस दोनों से हटा दिया है. हालांकि, चीन ने खुलासा नहीं किया है लेकिन माना जा रहा है कि हुओ को जेल में डाल दिया गया है. पिछले दो-तीन साल में चीन के दो रक्षा मंत्रियों सहित कई मिलिट्री कमांडर्स को भ्रष्टाचार के आरोप में हटाया गया है. इस वजह से सिंगापुर में चल रहे शांगरी-ला डायलॉग में इस साल चीन का कोई बड़ा मिलिट्री कमांडर शिरकत नहीं कर रहा है.

मिया हुओ अकेले नहीं हैं. पिछले दो–तीन वर्षों में चीन के दो रक्षा मंत्री, कई जनरल और हाई रैंकिंग कमांडर भी भ्रष्टाचार के आरोप में हटाए जा चुके हैं. इनमें ली शांगफु (पूर्व रक्षा मंत्री),वेई फेंघे (पूर्व रक्षा मंत्री) और पूर्व रॉकेट फोर्स कमांडर जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं. यह घटनाक्रम चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस”नीति का हिस्सा है, लेकिन आलोचकों का मानना है कि यह सत्ता केंद्रीकरण और असहमति को दबाने की रणनीति भी हो सकती है.

शांगरी-ला डायलॉग को लेकर चीन का बड़ा फैसला 

CNA की रिपोर्ट के मुताबिक, शांगरी-ला डायलॉग (Shangri-La Dialogue – SLD) एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा बैठक है, जहां अमेरिका, भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया सहित दर्जनों देशों के रक्षा मंत्री और शीर्ष सैन्य अधिकारी भाग लेते हैं, लेकिन इस वर्ष 2025 में चीन ने अपने रक्षा मंत्री डोंग जून को नहीं भेजने का निर्णय लेकर सबको चौंका दिया. 29 मई को चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की कि डोंग जून की जगह पीएलए के राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय का एक प्रतिनिधिमंडल भाग लेगा, जिसका नेतृत्व बाद में रियर एडमिरल हू गैंगफेंग ने किया.प्रवक्ता झांग शियाओगांग ने बयान में कहा कि प्रतिनिधिमंडल विभिन्न दलों के साथ गहन विचार-विमर्श करेगा ताकि अधिक आम सहमति बनाई जा सके, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया कि डोंग जून क्यों अनुपस्थित हैं?



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *